संदेश

शिक्षण संग्रह (Compendium) : शिक्षण संग्रह की अवधारणा एवं आवश्यकता - ( Concept and Need)

यह सर्वविदित है कि प्राथमिक विद्यालय के वातावरण का प्रभाव बच्चों (विद्यार्थियों) के सम्पूर्ण जीवन पर पड़ता है। प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षक/शिक्षिका अपने कार्य एवं आचरण के माध्यम से विद्यार्थियों में अनेक अच्छी आदतों जैसे- अनुशासित रहना, विद्यालय के नियमों का पालन करना, शिक्षकों का आदर-सम्मान करना, आपस में एक दूसरे का सहयोग करना आदि को सहज रूप में अंतरित द विकसित करते रहते हैं यही गुण कालांतर में बच्चों के व्यक्तित्व एवं सामाजिक जीवन में संस्कारों के रूप में परिलक्षित होते हैं। बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण में विद्यालय के शैक्षिक वातावरण की इस महत्त्वपूर्ण भूमिका के सन्दर्भ में अगर हम विचार करते हैं तो प्रमुख रूप से निम्नांकित अवयव उभर कर आते हैं विद्यालय भवन का अत्यंत आकर्षक और साफ सुथरा होना। विद्यालय भवन की बाउण्ड्री वॉल का राष्ट्रीय प्रतीकों, रोचक खेलों, पशु-पक्षियों के रंगीन चित्रों से सुसज्जित होना। विद्यालय भवन की दीवारों, खम्भों फर्श, बरामदों को महापुरुषों के चित्रों, आदर्श वाक्यों/सूक्तियों, वर्णमाला आदि से सुसज्जित होना। कक्षा-कक्षों में समय सारिणी, शैक्षिक चार्ट्स मॉडल्स, लर्

बच्चों का चिन्हांकन - बच्चों के अधिगम स्तर में अंतर को कैसे पता करें?

एक शिक्षक होने के नाते उपरोक्त स्थितियों में आप क्या करेंगे? 1. शैक्षिक सत्र के प्रारंभ में : आपकी कक्षा (कक्षा 3 से 8 तक) में जब बच्चे प्रवेश लेते हैं तब आरम्भिक परीक्षण के माध्यम से प्रत्येक बच्चे के वर्तमान अधिगम स्तर का पता लगाया जा सकता है।  इससे आपको बच्चों के अधिगम स्तर में अंतर का पता चल जाएगा। फिर आप आवश्यकतानुसार अपनी शिक्षण योजना बनाकर अधिगम स्तर के अंतर (गैप) को कम करने का प्रयास कर सकेंगे।  आरम्भिक परीक्षण के लिए प्रत्येक विषय में आधारभूत आकलन प्रपत्र बनाना होगा।  इसके प्रश्न पिछली कक्षा तक की मूलभूत दक्षताओं (लर्निंग आउटकम) के आधार पर बनाये जाएंगे। इसके लिए मूलभूत दक्षताओं की विषयवार सूची पूर्व में ही बना लें।  उदाहरण के लिए, कक्षा 8 के बच्चों के आधारभूत आकलन प्रपत्र में कक्षा 1 से 7 की मूलभूत दक्षताओं के आधार पर प्रश्न बनाए जाएंगे यहाँ यह ध्यान रखना है कि प्रत्येक प्रश्न किस कक्षा के किस लर्निंग आउटकम पर आधारित है, यह अलग से अवश्य लिख लिया जाए।  इससे बाद में शिक्षकों को यह जानने में आसानी होगी कि किर लर्निंग आउटकम पर बच्चों के साथ कार्य करना है। साथ ही अधिगम स्तर के अनुस

लर्निंग आउटकम एवं आकलन

चित्र
आप भली भांति अवगत हैं कि विद्यालयीय पाठ्यक्रम का निर्धारण एवं पाठ्यपुस्तकों/ कार्यपुस्तिकाओं का निर्माण विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए निर्धारित दक्षताओं के विकास क ध्यान में रखकर किया गया है।  शिक्षक पाठ्यपुस्तकों/कार्यपुस्तिका व अन्य शिक्षण सहायक सामग्र के माध्यम से अपनी कक्षा-शिक्षण गतिविधियों को संचालित करते हैं।  वास्तव में कक्षा शिक्षण के उपरान्त सबसे महत्वपूर्ण एवं व्यावहारिक पक्ष यह है कि क्या बच्चे उन दक्षताओं को प्राप्त कर रहे हैं अथवा नहीं। लर्निंग आउटकम (अधिगम सम्बन्धी परिणाम): लर्निंग आउटकम इसी बात पर बल देते हैं कि मात्र शिक्षक ही नहीं अपितु अभिभावक भी य जानें कि उनका बच्चा जिस कक्षा में है, उस कक्षा के विभिन्न विषयों में उसे क्या-क्या ज्ञान होन चाहिए और क्या-क्या ज्ञान उसने अर्जित कर लिया है। 'लर्निंग आउटकम (अधिगम सम्बन्धी परिणाम ) से आशय उन परिणामों (दक्षताओं) से है जो किसी कक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों को उनके निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप अपेक्षित दक्षताओं के प्राप्त होने पर परिलक्षित होते हैं। यह एक 'परिणाम आधारित लक्ष्य है' जो कि बच्चे की प्र

ध्यानाकर्षण (अधिगम आधारित शिक्षण) की आवश्कता एवं उद्देश्य

चित्र
किसी भी कक्षा में कुछ बच्चे अपनी कक्षा एवं आयु के अनुसार अधिगम सम्प्राप्ति स्तर अर्थात् परीक्षाओं तुलनात्मक रूप से कम अंक प्राप्त कर पाते हैं तथा उनका परीक्षा परिणाम भी सामान्य  बच्चों की तुलना में संतोषजनक नहीं होता है।  प्रायः देखा गया है कि शिक्षक द्वारा विभिन्न शैक्षणिक प्रयासों के बावजूद बच्चों में भाषा कौशलों को ग्रहण करने में कठिनाई होती रही है।  उदाहरणस्वरूप लिखने में वर्तनी की अशुद्धियाँ, वर्णों-शब्दों को पहचानने में कठिनाई तथा उच्चारण में काफी अशुद्धियाँ देखी गई हैं। इसके अलावा बच्चों में भाषा ज्ञान के बावजूद बोलने व बातचीत में झिझक महसूस करने जैसी समस्याएँ देखी ग हैं।  इसी प्रकार गणित विषय में अंकों व चिह्नों की पहचान, संख्याओं के आरोही व अवरोही क्रम को समझने, जोड़, घटाना, गुणा व भाग तथा अधूरी गिनती को पूरा करना जैसी गणितीय क्रियाओं में या तो वे अशुद्धियाँ करते हैं या समझ नहीं पाते हैं।  यही हाल लगभग अन्य विषयों में भी होता है। क्या कोई ऐसा तरीका है जिससे शैक्षिक तौर पिछड़ रहे बच्चे हमारे विद्यालयों से निराश न हो और उनमें पुनः आत्मविश्वास की जागृति हो और वे भी परीक्षा में अच

What does basic education mean? बेसिक शिक्षा का अर्थ

चित्र
 एक बुनियादी शिक्षा शिक्षा का एक विकसित कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य छात्रों को जिम्मेदार और सम्मानजनक वैश्विक नागरिक बनने का अवसर प्रदान करना है, ताकि उनके आर्थिक कल्याण और उनके परिवारों और समुदायों में योगदान करने के लिए, विभिन्न दृष्टिकोणों का पता लगाने और समझने के लिए, और  उत्पादक और संतोषजनक जीवन का आनंद लेने के लिए।   इसके अतिरिक्त, वाशिंगटन राज्य एक सार्वजनिक स्कूल प्रणाली प्रदान करने का इरादा रखता है जो सभी छात्रों की शैक्षिक उपलब्धि को मजबूत करने पर बेहतर ध्यान केंद्रित करने के लिए विकसित करने और अनुकूलित करने में सक्षम है, जिसमें सभी छात्रों के लिए उच्च उम्मीदें शामिल हैं और सभी छात्रों को प्राप्त करने का अवसर मिलता है।   व्यक्तिगत और शैक्षणिक सफलता-  इसके लिए, प्रत्येक स्कूल जिले के लक्ष्य, माता-पिता और समुदाय के सदस्यों की भागीदारी के साथ, प्रत्येक छात्र के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल विकसित करने के लिए अवसर प्रदान करना होगा:  (1) समझ के साथ पढ़ें- प्रभावी ढंग से लिखें, और विभिन्न तरीकों और सेटिंग्स और विभिन्न प्रकार के दर्शकों के साथ सफलतापूर्वक संवाद करें।  (२) गणित की मुख्य

बुनियादी शिक्षा का महत्व: अमर्त्य सेन

चित्र
 राष्ट्रमंडल शिक्षा सम्मेलन, एडिनबर्ग में अमर्त्य सेन का पूरा भाषण   मंगलवार 28 अक्टूबर, 2003 शिक्षा पर इस राष्ट्रमंडल देशों की बैठक में बोलने का अवसर मिलना मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है।  मुझे इस बात की भी खुशी है कि आपने एडिनबर्ग को इस महत्वपूर्ण सम्मेलन के स्थान के रूप में चुना है।   एडिनबर्ग के साथ अपने स्वयं के जुड़ाव पर मुझे बहुत गर्व है, यहाँ दो विश्वविद्यालयों के पूर्व छात्र होने के माध्यम से, एडिनबर्ग विश्वविद्यालय और हेरियट-वॉट विश्वविद्यालय (मेरे कनेक्शन केवल मानद डिग्री के माध्यम से हैं, लेकिन वे यहाँ वास्तविक स्थिति से निकटता की भावना पैदा करते हैं) और  रॉयल सोसाइटी ऑफ़ एडिनबर्ग से संबंधित और इस महान शहर के साथ अन्य संघों के माध्यम से भी।   इसलिए मैं आपको सुंदर एडिनबर्ग और इसके अद्भुत बौद्धिक समुदाय में स्वागत करता हूं, जिनमें से एक अकादमिक जिप्सी के रूप में मुझे खानाबदोश सदस्य होने का सौभाग्य प्राप्त है।  लेकिन इस स्वागत के लिए मुझे अपने विश्वास को जोड़ना होगा कि शिक्षा के सबसे बड़े और सबसे बड़े चैंपियन एडम ह्यूम की जगह एडम स्मिथ और डेविड ह्यूम की शिक्षा में अंतर को बंद