UP : परिषदीय स्कूलों में तैनात होंगे जिला समन्वयक, चालीस हजार मिलेगा वेतन; जानिए पद की उम्र और योग्यता

 प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा परिषदीय विद्यालयों को निपुण बनाने के लिए चल रही कवायद को गति देने के लिए प्रदेश सरकार अब संविदा पर जिला समन्वयक (निपुण भारत मिशन) तैनात करेगी। हर जिले में एक समन्वयक की तैनाती की जाएगी। इनकी उम्र 21 से 45 साल के बीच होगी। इनको 40 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा।


प्रदेश में अब तक की कवायद के तहत 48061 विद्यालयों को निपुण घोषित किया जा चुका है। जबकि प्रदेश में 1.33 लाख विद्यालय हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से संशोधित लक्ष्य के अनुसार अब सिर्फ कक्षा एक व दो के बच्चों को निपुण बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसको पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री निपुण भारत एसोसिएटस के तहत अस्थाई रूप से जिला समन्वयक तैनात किए जाएंगे।

बेसिक शिक्षा विभाग के उप सचिव आनंद कुमार सिंह की ओर जारी आदेश में कहा गया है कि इसके लिए शैक्षिक योग्यता एमबीए 60 फीसदी अंक के पास या पीजीडीएम में मास्टर डिग्री होना चाहिए। किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से एक साल का कंप्यूटर डिप्लोमा के साथ काम करने का दो साल का अनुभव होना चाहिए। बीएड व एमएड वालों को वरीयता दी जाएगी।

उन्होंने कहा है कि समग्र शिक्षा के तहत संविदा पर इनकी तैनाती के लिए डीएम की ओर से तैनात पांच सदस्यीय समिति आवेदकों के अभिलेखों का सत्यापन करेगी। इनकी दक्षता की जांच की जाएगी। 

वहीं जिला शिक्षा परियोजना समिति की अध्यक्षता में जेम पोर्टल के माध्यम से शासनादेश के अनुसार इनकी चयन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इस कवायद का असर ज्यादा से ज्यादा विद्यालयों को निपुण बनाने में मिलेगा।

JBT Teacher Recruitment 2025: जेबीटी टीचर पदों पर निकली भर्ती, ग्रैजुएट के लिए मौका

अगर आप भी शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हैं तो आपके लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। समग्र शिक्षा चंडीगढ़ की ओर से जूनियर बेसिक टीचर (JBT) पदों पर उम्मीदवारों के आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस भर्ती प्रकिया के जरिए कुल 218 पदों पर उम्मीदवारों की नियुक्ति की जाएगी। जिसमें 111 पद अनारक्षित, 44 पद अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), 41 पद अनुसूचित जाति और 22 पद ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षित हैं।


 इस भर्ती के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट ssachd.nic.in पर जाना होगा। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 7 अगस्त 2025 से शुरू होगी। आवेदन फॉर्म भरने की लास्ट डेट 28 अगस्त 2025 तय की गई है। ऑनलाइन आवेदन शुल्क भुगतान करने की अंतिम तिथि 30 अगस्त 2025 (दोपहर 2 बजे) तक तय की गई है।

शैक्षणिक योग्यता-

1. किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएट या समकक्ष योग्यता प्राप्त की होनी चाहिए।

2. एनसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त न्यूनतम 02 वर्ष की अवधि का डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) (चाहे किसी भी नाम से जाना जाए)।

3. उम्मीदवारों ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) उत्तीर्ण की होनी चाहिए।

Samagra Shiksha Chandigarh JBT Recruitment 2025 Notification Link

आयु सीमा-

उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 37 वर्ष निर्धारित की गई है। उम्मीदवारों की आयु की गणना 1 जनवरी 2025 को आधार बनाकर की जाएगी। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में छूट प्रदान की जाएगी।

वेतनमान-

उम्मीदवारों को हर महीने 45,260 रुपये वेतन के रूप में प्रदान किए जाएंगे।

आवेदन शुल्क-

आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को 1000 रुपये के शुल्क का भुगतान करना होगा। एससी कैटेगरी के उम्मीदवारों को 500 रुपये शुल्क का भुगतान करना होगा।

चयन प्रक्रिया-

उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर होगा। इसके बाद मेरिट लिस्ट को तैयार किया जाएगा। परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। जिसके लिए उम्मीदवारों को 2 घंटे 30 मिनट का समय दिया जाएगा।



Kendriya Vidyalaya Teacher : केंद्रीय एवं नवोदय विद्यालय में शिक्षकों की होगी नई भर्ती, यहाँ देखें

केंद्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति दोनों भारत सरकार द्वारा संचालित प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थान है जो स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए जाने जाते हैं। यह दोनों विद्यालय शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत होते हैं और यह आवासीय विद्यालय होते हैं। वर्तमान में भारत में लगभग 1250 से अधिक केंद्रीय विद्यालय एवं 650 से अधिक जवाहर नवोदय विद्यालय कार्यरत है। और सरकार द्वारा समय-समय पर इन विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है ताकि शिक्षा व्यवस्था अच्छी तरीके से बनी रहे।


वर्तमान में मिली नई जानकारी के अनुसार बता दे कि देश के विभिन्न केंद्रीय एवं नवोदय विद्यालय में 12000 से अधिक रिक्त पदों पर शिक्षक भर्ती का आयोजन कराया जाएगा। यह जानकारी सरकार द्वारा दी गई है जिसके अनुसार एनसीईआरटी में 146 और एनसीटीई में 60 पद रिक्त है इसके अलावा और स्थाई रूप से संविदा के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति जारी है। तथा देशभर में विभिन्न कार्यरत नवोदय एवं केंद्रीय विद्यालय में वर्तमान में लगभग 12000 से अधिक रिक्त पद है जिसे सरकार द्वारा जल्द ही भरा जाना प्रस्तावित है इसके लिए केंद्र सरकार के शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी द्वारा राज्यसभा में लिखित रूप से जानकारी उपलब्ध करवाई गई है।

केंद्रीय एवं नवोदय विद्यालय शिक्षक भर्ती लेटेस्ट अपडेट

वर्तमान में काफी युवा कैंडिडेट केंद्र सरकार की नौकरी लेना चाहते हैं और खास करके शिक्षक बनना चाहते हैं तथा केंद्रीय एवं नवोदय विद्यालय शिक्षक भर्ती का काफी समय से इंतजार कर रहे हैं उनके लिए खुशखबरी है और इन शिक्षक पदों पर जल्द ही प्रति का आयोजन कराया जाएगा। शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी द्वारा बताया गया है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन में 7765 पद और नवोदय विद्यालय समिति में 4323 रिक्त पद है उनके लिए जल्द ही भर्ती प्रक्रिया का आयोजन करवाया जाएगा। 

वर्तमान में सेवानिवृत्ति, इस्तीफा, पद स्थानांतरण इत्यादि के कारण विद्यालय में कर्मचारियों की संख्या काफी कम हो गई है और इन पदों की पूर्ति हेतु प्रति प्रक्रिया लगातार चल रही है और जल्द ही ऑफिशल नोटिफिकेशन अलग-अलग राज्यों एवं जिलों के अनुसार जारी किया जाएगा।

शिक्षा राज्य मंत्री द्वारा यह भी बताया गया है कि शैक्षणिक गतिविधियों को सुचारू रूप से चलने के लिए अस्थाई तौर पर संविदा शिक्षकों की नियुक्ति का भी प्रावधान रखा गया है। और सरकार द्वारा सभी रिक्त पदों को भरने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं जिसके कारण देश में केंद्रीय और नवोदय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा सके।

वैकेंसी से संबंधित अन्य जानकारी

केंद्रीय विद्यालय संगठन एवं नवोदय विद्यालय समिति द्वारा भर्ती का आयोजन अपने संबंधित समिति एवं संगठन की ओर से करवाया जाएगा। इन विद्यालय में शिक्षक पदों का चयन अस्थाई तौर पर किया जाएगा और इन पदों के लिए किसी भी प्रकार की लिखित परीक्षा का आयोजन नहीं होगा और निर्धारित किए गए पात्रता मापदंडों को पूरा करने वाले कैंडिडेट्स की मेरिट सूची निकालकर उनका चयन होगा और अंतिम में उन्हें साक्षात्कार के आधार पर नियुक्ति मिलेगी।

Balvatika Merge News : यूपी के 10,827 स्कूलों को बालवाटिका बनाने और उनमें पढ़ाने के लिए 1 लाख संविदा ईसीसीई शिक्षकों की तैनाती के आदेश जारी

उत्तर प्रदेश राज्य में शिफ्टिंग की प्रक्रिया जोरों से चलाई जा रही है पहले परिचय दिए प्राथमिक स्कूलों तथा उच्च प्राथमिक स्कूलों को पास के स्कूलों में मर्ज किया जा रहा है मर्ज होने के बाद खाली बच्चे कैंपस में अब बाल वाटिका की पढ़ाई शुरू की जाएगी इसके लिए आंगनबाड़ी केदो को इन खाली पड़े कैंपसों में शिफ्ट किया जाएगा बता दें इन खाली पड़े विद्यालयों में 3 साल से लेकर 6 साल तक के बच्चों को फ्री प्राइमरी की शिक्षा प्रदान कराई जाएगी जिसके अंदर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और संविदा पर तैनात होने वाले संविदा एजुकेटर इन बच्चों को पढ़ाएंगे। इन खाली पड़े स्कूलों के भौतिक सत्यापन के बाद आंगनबाड़ी केंद्र इन स्कूलों में शिफ्ट कर दिए जाएंगे इसके बाद बाल वाटिका की पढ़ाई शुरू की जाएगी।


1 लाख से ज्यादा संविदा एजुकेटर किए जाएंगे तैनात

रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश राज्य में एक लाख से भी ज्यादा आंगनबाड़ी केदो को चुना गया है और इनमें बाल वाटिका की पढ़ाई शुरू करने के लिए तकरीबन 110000 संविदा एजुकेटर तैनात किए जाएंगे फिलहाल 10000 और 8800 संविदा एजुकेटर को तैनात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है आपकी जानकारी के लिए बता दें 110000 संविदा एजुकेटर तैनात करने की प्रक्रिया कई चरणों में पूरी की जाएगी इस योजना को पूरा होने में थोड़ा समय लग सकता है परंतु आने वाले समय में बाल वाटिका शिक्षा को पूरी तरह से संविदा एजुकेटर के हवाले कर दिया जाएगा।

उत्तर प्रदेश में 10827 स्कूलों को किया गया बंद

रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 10827 स्कूलों को मर्ज कर दिया गया है या कहीं इन स्कूलों में बच्चों की कम संख्या होने के कारण इन्हें पड़ोसी स्कूलों में शिफ्ट कर दिया गया है और इन खाली बच्चे स्कूलों का संपूर्ण रूप से लाभ उठाने के लिए सरकार ने इन स्कूलों को प्री प्राइमरी स्कूलों में बदलने के लिए विभागीय आदेश जारी कर दिए हैं इसके बाद से इन खाली पड़े स्कूलों में बाल वाटिका की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी बता दे इन स्कूलों में 3 साल से लेकर 6 साल तक के बच्चों को आंगनवाड़ी में प्री प्राइमरी की शिक्षा दी जा रही है और यह शिक्षा आंगनवाड़ी सहायिका और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है और उनकी सहायता के लिए अब संविदा पर एजुकेटर रखे जाएंगे जो बाल वाटिका की पढ़ाई में मदद करेंगे इसके लिए 20000 संविदा एजुकेटर की तैनाती के आदेश जारी कर दिए गए हैं और पहले चरण की प्रक्रिया जारी हैl


Pre Primary CTET News : बाल वाटिका शिक्षक बनने के लिए अलग से CTET कराएगा सीबीएसई बोर्ड, एनसीटीई तैयार कर रहा प्रारूप

 केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी कि सीटेट की न्यूनतम जानकारी सामने आ रही है जिसके मुताबिक नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के अंदर सीटेट परीक्षा में एक बड़ा बदलाव किया जा रहा है इस बदलाव के मुताबिक सीटेट परीक्षा का आयोजन अब 2 नहीं बल्कि पूरे 4 स्तरों पर कराया जाएगा जिसका प्रारूप तैयार हो रहा है


 अब प्री प्राइमरी शिक्षकों के लिए सीटेट की परीक्षा को आयोजित करने के लिए अलग लेवल निर्धारित किए जाएंगे यह खबर सूत्रों के मुताबिक पता चली है और अगर ऐसा होता है तो केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का पूरा संचालन पूर्ण रूप से बदल जाएगा तो चलिए जानते हैं क्या है यह बदलाव और इसकी पूरी रिपोर्ट।

एनसीटीई कर रही सीटेट परीक्षा में बड़ा बदलाव

सीटेट परीक्षा में बदलाव को लेकर एक बड़ा विषय बना हुआ है और सीटेट अपनी शुरुआत से ही अभी तक सबसे बड़े बदलाव की कगार पर पहुंच चुका है हालांकि एनसीटीई और सीबीएसई दोनों ने मिलकर इस खबर की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है परंतु विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक सीटेट अब दो स्टार की बजाय पूरे चार स्तरों पर किया जाएगा और इसका प्रारूप तैयार किया जा रहा है इस नए प्रारूप के चलते प्राइमरी लेवल से पहले प्री प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए भी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा कराई जाने को लेकर चर्चा जोरों से चल रही है।

एनसीटीई अधिनियम 2025 से होंगे बड़े बदलाव

मीडिया रिपोर्ट्स का मानना है की केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 2025 आगामी एनसीटीई अधिनियम के प्रभाव से कई विभिन्न लेवल पर पुनर्गठित होगी और ऐसे में अगर इसे लागू किया जाता है तो शिक्षकों की पूरी प्रक्रिया ही चेंज हो जाएगी सीटेट परीक्षा में इस बड़े बदलाव की तैयारी एनसीटीई और सीबीएसई के जरिए संयुक्त रूप से की जा रही है जहां पहले दो लेवल पर परीक्षा आयोजित होती थी अब इसे बदलकर सीनियर लेवल से लेकर प्री प्राइमरी लेवल तक बढ़ा दिया गया है अब प्री प्राइमरी में शिक्षकों के लिए भी सीटेट परीक्षा आयोजित कराए जाने की तैयारी चल रही है जिसे सीबीएसई के द्वारा संपन्न किया जाएगा।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 में बाल वाटिका को महत्व

NEP 2020 में बाल वाटिका को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है जिसमें तीन से 6 साल तक के बच्चे शामिल हैं इन बच्चों को लेकर एनसीटीई एक बड़ा बदलाव करने जा रही है और अब प्री प्राइमरी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित करने को लेकर प्रारूप जारी किया गया है बता दे सीटेट परीक्षा में अब पूरे 4 लेवल निर्धारित हुए हैं जिसकी तैयारी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीबीएसई द्वारा प्री प्राइमरी प्राइमरी अपर प्राइमरी और सीनियर सेकेंडरी शिक्षकों के लिए भी अब सीटेट परीक्षा का आयोजन होगा।

स्टेट परीक्षा में यह बड़ा बदलाव क्यों?

सीटेट परीक्षा में है बड़ा बदलाव शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और उसे सुधारने के लिए सीबीएसई तथा एनसीटीई के द्वारा किया जा रहा है अब परीक्षा को चार स्तरों में विभाजित करके शिक्षकों की भूमिका के साथ अधिक सटीक रूप से संरक्षित करने विशेष रूप से उच्च कक्षाओं के लिए और प्रारंभिक बाल्यावस्था प्राथमिक उच्च प्राथमिक तथा माध्यमिक स्कूलों में बच्चों की शिक्षा के लिए विभिन्न प्रमाण पत्र देकर अध्यापकों की भूमिका को और ज्यादा विशेष बनाना है।


प्री प्राइमरी शिक्षा बनेगी बच्चों की बुनियाद


2020 की नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में प्री प्राइमरी शिक्षा को शिक्षा की बुनियाद माना गया है जिस पर विभागों द्वारा विशेष जोर दिया जा रहा है प्री प्राइमरी शिक्षा को लेकर खास तौर पर बड़े बदलाव किए जा रहे हैं और विभिन्न बदलाव भी देखने को मिल सकते हैं ऐसे में शिक्षक पात्रता परीक्षा अब प्री प्राइमरी शिक्षकों को भी देनी पड़ सकती है अगर नए प्रारूप को मंजूरी मिलती है तो सीटेट परीक्षा चार भागों में आयोजित की जाएगी परंतु अभी तक एनसीटीई और सीबीएसई द्वारा इस मामले की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।


UP ECCE Educator News : यूपी में प्री प्राइमरी एजुकेटर बनने का मौका! पूरे 20,000 संविदा एजुकेटर्स की बाल वाटिका में होगी तैनाती

उत्तर प्रदेश राज्य में प्री प्राइमरी स्कूलों की शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है अब बाल वाटिका स्कूलों में तकरीबन 20000 नए संविदा शिक्षकों की भर्ती की जा रही है यह नियुक्ति योजना 2025 सत्र के अंदर-अंदर शुरू कि जाएगी इस भीम के चलते युवाओं को एक नया और सुनहरा अवसर मिलने वाला है मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कई जिलों में इस प्रक्रिया की शुरुआत वह भी चुकी है तो चलिए जानते हैं संविदा एजुकेटर की प्रक्रिया के बारे में संपूर्ण जानकारी।

बाल वाटिकाओं में क्यों लगेंगे ईसीसी एजुकेटर

उत्तर प्रदेश में पड़े खाली प्राथमिक स्कूलों का बेहतर इस्तेमाल करने के लिए इन भवनों में बाल वाटिकाएं खोली जा रही है दिन में तीन साल से लेकर 6 साल तक के बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा दी जाएगी और सरकार ने पुराने प्री प्राइमरी स्कूलों का समीपस्थ स्कूलों में ब्लैक कर खाली स्थान को बाल वाटिका बनाने का बड़ा निर्णय लिया है अब इन खाली भावनाओं को बच्चे पढ़ने के काम में लिया जाएगा यहां पर पढ़ाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं और इन नए नियुक्त किया जा रहे ECCE एजुकेटरों की तैनाती की जाएगी ।

विभिन्न चरणों में होगी पूरे 20000 एजुकेटर की नियुक्ति

इस प्रक्रिया के तहत राज्य सरकार द्वारा विभिन्न चरणों में संविदा एजुकेटर की नियुक्ति की जाएगी जिसके लिए पूरे दो चरण निर्धारित किए गए हैं इसके पहले चरण में 10000 एजुकेटर तैनात किए जाएंगे और दूसरे चरण में लगभग 8800 पदों पर एजुकेटरों की तैनाती की जाएगी इस पूरी प्रक्रिया को सेवायोजन पोर्टल पर चयनित एजेंसी के द्वारा पूरा किया जाएगा और एक्सपर्ट्स के अनुसार जिलों को टारगेट प्रदान किया जा चुका है और स्थानीय स्तर पर आवेदन प्रक्रिया जल्द शुरू किए जाने की संभावना है।






वेतन और योग्यता की संपूर्ण जानकारी

ECCE एजुकेटर के पदों के लिए सिर्फ वही छात्र आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने अपनी कक्षा 12वीं किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से पास की है और गृह विज्ञान में स्नातक डिग्री कम से कम 50% अंकों से हासिल की है इसके साथ ही एनटीटी नर्सरी टीचर ट्रेनिंग पास होना भी उम्मीदवार का बेहद जरूरी है हालांकि महिला और पुरुष दोनों ही इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं और उनके वेतन की बात करें तो चयनित हुए एजुकेटरों को तकरीबन 10313 रुपए हर महीने मंडे दिया जाएगा और शुरुआत में यह नियुक्ति 11 महीने के संविदा आधार पर की जाएगी जिसे आगे प्रदर्शन के आधार पर बढ़ाया भी जा सकता है।

UP Pre Primary ECCE Educator : आंगनबाड़ी प्री प्राइमरी स्कूलों के लिए ECCE संविदा शिक्षक बनने का सुनहरा अवसर

उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा प्री प्राइमरी शिक्षा को नई शिक्षा दिए जाने की कोशिश किया जा रहा है। उसी क्रम में उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन जितने भी संचालित प्राथमिक को उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं यहां पर लोकेटेड आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ रहे 5 से 6 वर्ष तक के बच्चों हेतु प्रारंभिक शिक्षा व अधिक मजबूती बनाने के उद्देश्य से आंगनबाड़ी ECCE एजुकेटर तैनात किया जाने का निर्णय लिया गया है। 


जिसके लिए विभाग के द्वारा अधिसूचना जारी कर दिया गया है। अगर आप उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी प्री प्राइमरी एजुकेटर बनकर करियर की नई दिशा देखना चाह रहे हैं तो यह आपके लिए बढ़िया अवसर है।

आंगनबाड़ी प्री प्राइमरी हेतु ECCE एजुकेटर बनने का सुनहरा अवसर

उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के लिए यह आयोजित किया जा रहा है जो कि लोकेटेड आंगनबाड़ी केन्द्रों में संविदा पद ECCE शिक्षक रखे जाने का निर्णय शासन स्तर से लिया गया है। पहले चरण में 10000 से अधिक की बहाली की जाएगी। जिसकी प्रक्रिया चल रही है 8800 दूसरे चरण के लिए आंगनबाड़ी प्री प्राइमरी इक्वेटर रखा जाएगा।

 पहले चरण हेतु कई जिलों में प्रक्रिया पूरा कर लिया गया है। वहीं अभी बहुत से ऐसे जिले हैं जहां पर प्रक्रिया वर्तमान में जारी है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के चार जिलों में युवाओं से आवेदन आमंत्रित किया गया है ऐसे सभी उम्मीदवार जो कि आंगनवाड़ी प्री प्राइमरी एजुकेटर बनना चाह रहे हैं वह आवेदन कर पाएंगे।

आंगनबाड़ी प्री प्राइमरी हेतु यह है जरूरी पात्रता

उत्तर प्रदेश बाल वाटिका का प्री प्राइमरी एजुकेटर हेतु कुछ योग्यताओं का पूरा करना जरूरी है। जिसमें शैक्षणिक योग्यता के संबंध में बात कर लिया जाए तो वह विज्ञान के साथ ही स्नातक या फिर नर्सरी टीचर ट्रेनिंग का डिप्लोमा रखने वाले जो उम्मीदवार है वह सम्मिलित हो पाएंगे।

 इसके अतिरिक्त उम्र सीमा अधिकतम 40 वर्ष रखा गया है। अगर उम्मीदवारों के पास यह पात्रता है तो वह उत्तर प्रदेश के प्री प्राइमरी विद्यालय में ईसीसी एजुकेटर आसानी से बन सकते हैं।

कहां और किसको मिल पाएगा अवसर जानिए

आपको बता दिया जाता है उत्तर प्रदेश के कई जिलों में यह प्रक्रिया चल रही है इसी क्रम में यह भी बता दिया जाता है कि उत्तर प्रदेश के मऊ जिलों में विभाग के माध्यम से सूचना जारी कर दिया गया है। जिसमें 121 संविदा पर एजुकेटर रखा जाएगा। यहां 17 जुलाई अंतिम डेट रखा गया है। वहीं उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी संविदा एजुकेटर के लिए प्रक्रिया गतिमान है यह अंतिम तिथि भी आगे बढ़ा दिया गया है।

 वही शाहजहांपुर में ECCE एजुकेटर के तौर पर 168 युवाओं का तैनात किया जाने वाला है। यह 19 जुलाई आखिरी तारीख निर्धारित किया गया है। वहीं प्रतापगढ़ में भी 219 ECCE एजुकेटर तैनात किया जाएगा यहां भी अंतिम डेट 19 जुलाई 2025 तय किया गया है ऐसे सभी वह जो इस प्रक्रिया में सम्मिलित होना चाह रहे हैं बता देते हैं उत्तर प्रदेश के सेवायोजन पोर्टल पर अधिसूचना जारी किया जा चुका है और पोर्टल पर जाकर आवेदन कर पाएंगे।


20 मई से शुरू होंगी छुट्टियां, 16 जून को फिर से खुलेंगे स्कूल

उत्तर प्रदेश में झुलसा देने वाली गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच छात्रों और शिक्षकों को एक बड़ी राहत मिली है. प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी गई है. यह फैसला उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद (UPBEB) द्वारा प्रयागराज से जारी आदेश के तहत लिया गया है.


20 मई से शुरू होंगी छुट्टियां, 16 जून को फिर से खुलेंगे स्कूल

उत्तर प्रदेश के सभी परिषदीय, मान्यता प्राप्त और परिषद के अधीन संचालित स्कूलों में 20 मई 2025 से गर्मी की छुट्टियां शुरू हो जाएंगी, जो पूरे 26 दिन तक, यानी 15 जून 2025 तक चलेंगी. इसके बाद स्कूल 16 जून से पुनः खुलेंगे और नया शैक्षणिक सत्र सामान्य रूप से आगे बढ़ेगा.

किस-किस स्कूल पर लागू होगा यह आदेश?

प्रयागराज से जारी आदेश के अनुसार, यह अवकाश आदेश उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत आने वाले:

सभी सरकारी परिषदीय स्कूलों


सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों


परिषद द्वारा संचालित विद्यालयों


पर पूरी तरह लागू होगा. इसका लाभ प्रदेश के लाखों छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को मिलेगा.

निजी स्कूलों की छुट्टियों की स्थिति

सरकारी स्कूलों के अलावा, कई निजी विद्यालयों ने पहले ही गर्मी की छुट्टियां घोषित कर दी हैं. कुछ प्राइवेट स्कूलों ने 17 मई को अंतिम कक्षाएं कराकर अवकाश घोषित कर दिया है, जबकि कुछ में बच्चों को गर्मी को देखते हुए पहले ही छुट्टी दे दी गई है.

जून में सिर्फ एक सार्वजनिक अवकाश – बकरीद

जून 2025 में 7 जून को ईद-उल-अजहा (बकरीद) के अवसर पर प्रदेश भर में सार्वजनिक अवकाश रहेगा. इस दिन: सभी सरकारी कार्यालय बैंक विद्यालय और कॉलेज पूरी तरह बंद रहेंगे. यह अवकाश न सिर्फ शिक्षा विभाग बल्कि बैंक यूनियन और जिला प्रशासन द्वारा भी स्वीकृत है.

भीषण गर्मी के चलते बढ़ी छुट्टियों की जरूरत

उत्तर प्रदेश में इस समय तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है. लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, बुंदेलखंड जैसे क्षेत्रों में लू के तेज थपेड़े चल रहे हैं. इस कारण छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह अवकाश घोषित किया गया है.
मौसम विभाग ने भी अगले कुछ दिनों में तापमान और बढ़ने की चेतावनी दी है. साथ ही कुछ जिलों में आंधी-तूफान और हल्की बारिश की संभावना भी जताई गई है.

छात्र और अभिभावक क्या करें इस अवकाश में?

गर्मी की छुट्टियों का यह समय पढ़ाई और विश्राम का संतुलन बनाने का है. इस दौरान:

छात्रों को घर में रहकर पढ़ाई और रचनात्मक गतिविधियों में हिस्सा लेना चाहिए.

अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को धूप में बाहर भेजने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें.

बच्चों को हाइड्रेटेड रखने और संतुलित खानपान देने की सलाह दी जाती है.

साथ ही, इस समय का उपयोग पिछले सत्र की रिवीजन और नई चीज़ें सीखने में भी किया जा सकता है.

NCTE ने बीएड धारकों के लिए ब्रिज कोर्स की अधिसूचना की जारी, इन शिक्षकों के लिए अनिवार्य

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने सुप्रीम कोर्ट के आठ अप्रैल 2024 के निर्णय के अनुपालन में बीएड योग्यताधारी प्राथमिक शिक्षकों के लिए छह महीने के ब्रिज कोर्स की अधिसूचना जारी कर दी है।



 यह ब्रिज कोर्स उन बीएडधारकों के लिए अनिवार्य होगा, जिन्हें 28 जून 2018 के बाद प्राथमिक स्तर पर नियुक्ति मिली है। एनसीटीई ने सात अप्रैल की अपनी अधिसूचना में साफ किया है कि यह कोर्स केवल उन्हीं शिक्षकों के लिए होगा जो 28 जून 2018 के बाद और 11 अगस्त 2023 से पहले नियोजित हुए हैं।

कोर्स का आयोजन एनआईओएस की ओर से किया जाएगा और इसकी निगरानी केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधीन होगी। ऐसे शिक्षकों को एनआईओएस के पाठ्यक्रम शुरू करने के एक साल के अंदर कोर्स करना होगा। इन शिक्षकों को केवल एक अवसर ही मिलेगा और यदि वे पास नहीं होते तो नौकरी सुरक्षित नहीं होगी।

 शिक्षक भर्ती मामलों के जानकार राहुल पांडेय ने बताया कि हमारा प्रयास सफल रहा। यह जीत केवल शिक्षक समुदाय की एकजुटता की नहीं, बल्कि सत्य और न्याय के पक्ष में खड़े रहने की है।

इस निर्णय से उन हजारों शिक्षकों को राहत मिली है। अब उन्हें केवल ब्रिज कोर्स पूरा कर अपनी सेवाएं जारी रखने का अवसर मिलेगा। इस अधिसूचना से उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती में चयनित बीएड डिग्रीधारी हजारों शिक्षकों को भी राहत मिली है।

UP Teachers Good News : शिक्षकों की नौकरी पहले से अधिक सुरक्षित, शिक्षक सेवा संबंधी नियमावली में आवश्यक बदलाव

उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की नौकरी पहले से अधिक सुरक्षित हो गई है। शिक्षक सेवा संबंधी नियमावली में आवश्यक बदलाव किए जाने हैं, जिसे दो माह के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। अब किसी भी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने से पहले उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग से अनुमति लेनी होगी।


नियमावली में होगा बदलाव
विधान परिषद में कार्यस्थगन प्रस्ताव के तहत इस मुद्दे को ध्रुव त्रिपाठी ने उठाया और बताया कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अधिनियम-1982 के रद्द होने के बाद शिक्षकों की सेवा शर्तों को नए आयोग की अधिकार सीमा से बाहर रखा गया है। इससे शिक्षकों को समय पर प्रमोशन नहीं मिल पा रहा और प्रबंधन द्वारा अपने स्तर पर निलंबन व सेवाएं समाप्त करने की कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने मांग की कि रद्द किए गए अधिनियम-1982 की धारा 21 में वर्णित सेवा शर्तों को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के अधीन लाया जाएl इस पर उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग अधिनियम-2023 उच्च सदन से पास हो चुका है, और इस विषय पर पहले ही चर्चा होनी चाहिए थी।

अन्य मुद्दे भी 
1. उन्नाव के महाविद्यालय का अधूरा भवन
निर्दल समूह के राजबहादुर सिंह चंदेल ने उन्नाव के एक महाविद्यालय के भवन का निर्माण 12 साल से अधूरा होने का मुद्दा उठाया। इस पर सभापति ने सरकार को जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए।

2. विश्वविद्यालयों के वेतन मद में अनुदान बढ़ाने की मांग
ध्रुव त्रिपाठी ने राज्य विश्वविद्यालयों में वेतन मद में मिलने वाले अनुदान में वृद्धि का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से एनपीएस का राज्यांश भी नहीं दिया जा रहा है। इस पर मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में फ्रीज राशि से अधिक की मांग आने पर मामला व्यय वित्त समिति को भेजा जाता है ।

अब CTET और TET की जरूरत नहीं, B.Ed डिग्रीधारकों के लिए बड़ी राहत!

अगर आप B.Ed डिग्री धारक हैं और शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। हाल ही में सरकार ने एक ऐसा निर्णय लिया है जो लाखों B.Ed डिग्रीधारकों के लिए राहत लेकर आया है। अब CTET (Central Teacher Eligibility Test) और TET (Teacher Eligibility Test) पास करने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। यह कदम उन उम्मीदवारों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है जो पहले इन परीक्षाओं को पास करने में कठिनाई महसूस करते थे।


इस बदलाव का उद्देश्य शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाना और योग्य उम्मीदवारों को अधिक अवसर प्रदान करना है। इस नए नियम से न केवल समय की बचत होगी बल्कि शिक्षण क्षेत्र में अधिक पारदर्शिता भी आएगी। आइए, इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि यह नया अपडेट क्या है और इसका B.Ed डिग्रीधारकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

B.Ed डिग्रीधारकों के लिए नया अपडेट

सरकार ने हाल ही में घोषणा की है कि अब B.Ed डिग्री वाले उम्मीदवारों को सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए CTET या TET पास करने की आवश्यकता नहीं होगी। यह निर्णय खासतौर पर उन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू होगा जहां शिक्षक भर्ती के लिए CTET या TET अनिवार्य था।

इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि योग्य उम्मीदवार बिना किसी अतिरिक्त बाधा के शिक्षक बन सकें। यह कदम शिक्षण क्षेत्र में योग्य और कुशल शिक्षकों की कमी को पूरा करने में मदद करेगा।

योजना का संक्षिप्त विवरण

विशेषताविवरण योजना का नामCTET और TET की अनिवार्यता समाप्तलागू होने का क्षेत्रसभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशलाभार्थीB.Ed डिग्रीधारकमुख्य उद्देश्यशिक्षक भर्ती प्रक्रिया को सरल बनानालागू तिथिहाल ही में घोषितपरीक्षा की आवश्यकताCTET/TET अब अनिवार्य नहींसंबंधित विभागशिक्षा मंत्रालय

CTET और TET क्या हैं?

CTET (Central Teacher Eligibility Test) और TET (Teacher Eligibility Test) वे परीक्षाएं हैं जो शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य मानी जाती थीं। इन परीक्षाओं का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि शिक्षण क्षेत्र में केवल योग्य उम्मीदवार ही प्रवेश करें।

CTET: यह परीक्षा केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, और अन्य केंद्रीय सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए होती थी।


TET: यह राज्य स्तर पर आयोजित होती थी और राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए आवश्यक थी।


हालांकि, इन परीक्षाओं को पास करना कई उम्मीदवारों के लिए चुनौतीपूर्ण होता था। इसी वजह से सरकार ने अब B.Ed डिग्रीधारकों को इनसे छूट देने का फैसला किया है।

इस फैसले से कौन होगा लाभान्वित?

यह नया नियम खासतौर पर उन उम्मीदवारों के लिए फायदेमंद होगा जो:

पहले से B.Ed डिग्री धारक हैं।

बार-बार CTET या TET परीक्षा में असफल हो रहे थे।

शिक्षक बनने का सपना देख रहे थे लेकिन इन परीक्षाओं की वजह से आगे नहीं बढ़ पा रहे थे।


अब ये उम्मीदवार बिना किसी अतिरिक्त परीक्षा के सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

नए नियम से क्या होंगे फायदे?

सरकार द्वारा इस निर्णय को लागू करने से कई फायदे होंगे:

समय की बचत: अब उम्मीदवारों को CTET या TET जैसी परीक्षाओं की तैयारी में समय नहीं लगाना पड़ेगा।

आर्थिक बचत: इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग या अन्य संसाधनों पर खर्च कम होगा।

भर्ती प्रक्रिया तेज होगी: शिक्षक भर्ती प्रक्रिया अधिक सरल और तेज हो जाएगी।

योग्यता पर जोर: अब केवल B.Ed डिग्री धारकों की योग्यता को प्राथमिकता दी जाएगी।

क्या यह सभी राज्यों में लागू होगा?

यह नियम पूरे देश में लागू किया जाएगा, लेकिन राज्यों को इसे अपने स्तर पर लागू करने का अधिकार होगा। कुछ राज्य अभी भी अपनी विशेष परिस्थितियों के अनुसार CTET या TET को जारी रख सकते हैं। इसलिए उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।

क्या इस फैसले से कोई नुकसान भी हो सकता है?

हालांकि यह निर्णय अधिकांश उम्मीदवारों के लिए फायदेमंद है, लेकिन कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे शिक्षण क्षेत्र की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। CTET और TET जैसी परीक्षाएं शिक्षकों की योग्यता जांचने का एक मानक थीं। इनके हटने से कुछ जगहों पर अयोग्य उम्मीदवार भी भर्ती हो सकते हैं।

इस बदलाव का उद्देश्य

सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि:

योग्य शिक्षकों की कमी को पूरा किया जा सके।

भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाया जा सके।

अधिक से अधिक उम्मीदवारों को अवसर प्रदान किया जा सके।

क्या आप अभी भी CTET/TET दे सकते हैं?

अगर आप चाहें तो आप अभी भी CTET या TET परीक्षा दे सकते हैं क्योंकि कुछ निजी स्कूल या राज्य सरकारें इसे मान्यता दे सकती हैं। हालांकि, सरकारी स्कूलों में B.Ed डिग्री धारकों के लिए इसकी आवश्यकता अब नहीं होगी।

निष्कर्ष

सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय निश्चित रूप से लाखों B.Ed डिग्रीधारकों के लिए राहत लेकर आया है। इससे न केवल उनकी शिक्षक बनने की राह आसान होगी बल्कि शिक्षा क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार भी होगा। 

हालांकि, उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और उसी अनुसार आवेदन करें।

निष्ठा (ECCE) 4.0 एवं निष्ठा (FLN) 3.0 कार्यक्रमों के समस्त कोर्स पुनः 10/03/2025 तक दीक्षा पोर्टल के माध्यम से संचालित किए जा रहें हैं, देखें लिंक

निष्ठा प्रशिक्षण, उत्तर प्रदेश

Enrol End Date: 10/03/2025

*निष्ठा (ECCE) 4.0 एवं निष्ठा (FLN) 3.0 कार्यक्रमों के समस्त कोर्स पुनः 10/03/2025 तक दीक्षा पोर्टल के माध्यम से संचालित किए जा रहें हैं।*

नोट: जो शिक्षक पूर्व में कोर्स पूर्ण नहीं किए हैं केवल वह ही कोर्स में एनरोल करें एवं कोर्स अवश्य पूर्ण करें।


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*1: प्रारंभिक वर्षों का महत्व*


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*7: विद्या प्रवेश एवं बालवाटिका की समझ*


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*9: बुनियादी स्तर के लिए खिलौना आधारित शिक्षण*


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*12: बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान में समुदाय एवं अभिभावकों की सहभागिता*


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*1. निष्ठा प्रशिक्षण से संबंधित निर्देश:* https://rb.gy/sjeil3

*2. Diksha State System Login हेतु पहले Google Chrome से Login करें, User Profile से अपना registerd number देखें एवं registerd number का उपयोग करते हुए Diksha App में लॉगिन करें।*

*आज्ञा से,*

*महानिदेशक,*

*स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश*

बच्चों को कैसे संस्कारी बनाए?

बच्चों को कैसे संस्कारी बनाए?

सबसे पहले उन्हे मोबाइल से बिल्कुल दूर रखें


बच्चों के सामने कभी भी आपस लड़ाई झगड़ा बिल्कुल न करें


बारी बारी से दोनो लोग बच्चों पर ध्यान दें




गलती होने पर उन्हें डांटे नहीं बल्कि उन्हें प्यार से समझाने की कोशिश करें


बच्चों के सामने टी वी या मोबाइल पर कोई आपत्तिजनक सामग्री न देखें


बच्चों के द्वारा पूछे गए हर प्रश्न का जवाब सही और तर्क पूर्ण देने की कोशिश करें


कोई प्रश्न पूछने पर उन्हे डांटे नहीं, उनकी बातों को धैर्यपूर्वक सुने


परिवार के किसी भी सदस्य की बुराई बच्चों के सामने कभी न करें।


बच्चों के सामने कभी रोमांस न करें


घर में आए मेहमानों का आदर करना सिखाएं


उनकी हर मांग को कभी भी पूरा न करें जरूरत के हिसाब से उनकी मांग पूरी करें


बच्चों के सामने झूठ कम से कम बोलें


स्कूल से आने के बाद बच्चे से स्कूल की चर्चा जरूर करें


हफ्ते में कम से एक बार उन्हे बाहर जरूर लेकर जाएं ताकि वे बाहरी लोगो को भी थोड़ा बहुत समझ सके


बच्चों से घर का छोटा मोटा कार्य अवश्य कराएं अगर वह कोई कार्य करने योग्य है तो।


अगर घर में दो बच्चे हैं तो दोनो को बराबर का प्यार दीजिए किसी बच्चे के साथ भेदभाव न करें विशेष कर लड़की के साथ क्योंकि लड़कियां लड़कों की अपेक्षा ज्यादा संवेदनशील होती हैं।


उनके स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।


बच्चों के सामने घर पर अपने कपड़ों के पहनावे का विशेष ध्यान रखें।


तुम की जगह आप से संबोधित करें


रात में बच्चों के सामने पलंग पर रोमांस न करें अगर घर छोटा है या घर में परिवार के और भी सदस्य हैं तो अपने ऊपर संयम रखें और उचित समय मिलने पर ही रोमांस करें।


घर में बच्चों के सामने किसी गैर धर्म की बुराई कभी भी न करें बल्कि उन्हें सभी धर्मों की अच्छाई के बारे में बताएं।


"परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण" (04 दिसम्बर 2024 ) एवं निपुण असेसमेंट टेस्ट (18 से 23 नवम्बर 2024 ) के आयोजन एवं तैयारी

 *NAS & NAT के सम्बंध में यूट्यूब सेशन*

*दिनाँक-06 नवम्बर 2024* 

*समय : 11: 00 AM* 


*समस्त डायट प्राचार्य, एडी बेसिक, BSA, BEO एवं DCT कृपया ध्यान दें:-*

 


"परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण" (04 दिसम्बर 2024 ) एवं निपुण असेसमेंट टेस्ट (18 से 23 नवम्बर 2024 ) के आयोजन एवं तैयारी के सम्बंध में अभिमुखीकरण हेतु राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा *दिनाँक-06 नवम्बर 2024 को 11: 00 AM से महत्वपूर्ण ऑनलाइन गोष्ठी (यूट्यूब सेशन) का आयोजन किया जा रहा है ।*

परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण" (04 दिसम्बर 2024 ) एवं निपुण असेसमेंट टेस्ट (18 से 23 नवम्बर 2024 ) के आयोजन एवं तैयारी के सम्बंध में अभिमुखीकरण हेतु राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा *दिनाँक-06 नवम्बर 2024 को 11: 00 AM से महत्वपूर्ण ऑनलाइन गोष्ठी (यूट्यूब सेशन) का आयोजन किया जा रहा है ।*


*अतः निर्देशित किया जाता है कि उक्त ऑनलाइन गोष्ठी में समस्त डायट प्राचार्य, एडी बेसिक, BSA, BEO, DCT, SRG, ARP, डायट मेंटर, शिक्षक संकुल एवं समस्त शिक्षकगण समय से अपनी प्रतिभागिता*NAS & NAT के सम्बंध में यूट्यूब सेशन*

*दिनाँक-06 नवम्बर 2024* 

*समय : 11: 00 AM* 


*समस्त डायट प्राचार्य, एडी बेसिक, BSA, BEO एवं DCT कृपया ध्यान दें:-*

 

"परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण" (04 दिसम्बर 2024 ) एवं निपुण असेसमेंट टेस्ट (18 से 23 नवम्बर 2024 ) के आयोजन एवं तैयारी के सम्बंध में अभिमुखीकरण हेतु राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा *दिनाँक-06 नवम्बर 2024 को 11: 00 AM से महत्वपूर्ण ऑनलाइन गोष्ठी (यूट्यूब सेशन) का आयोजन किया जा रहा है ।*

परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण" (04 दिसम्बर 2024 ) एवं निपुण असेसमेंट टेस्ट (18 से 23 नवम्बर 2024 ) के आयोजन एवं तैयारी के सम्बंध में अभिमुखीकरण हेतु राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा *दिनाँक-06 नवम्बर 2024 को 11: 00 AM से महत्वपूर्ण ऑनलाइन गोष्ठी (यूट्यूब सेशन) का आयोजन किया जा रहा है ।*


*अतः निर्देशित किया जाता है कि उक्त ऑनलाइन गोष्ठी में समस्त डायट प्राचार्य, एडी बेसिक, BSA, BEO, DCT, SRG, ARP, डायट मेंटर, शिक्षक संकुल एवं समस्त शिक्षकगण समय से अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित करें।* 

👉 *कृपया संलग्न निर्देश एवं मैसेज सभी शिक्षकों को अग्रसारित करते हुए उक्त ऑनलाइन गोष्ठी में प्रतिभाग किये जाने हेतु निर्देशित करें।* 


*यूट्यूब लिंक पृथक से प्रेषित किया जायेगा।* 

 

*आज्ञा से,*

*महानिदेशक,*

*अतः निर्देशित किया जाता है कि उक्त ऑनलाइन गोष्ठी में समस्त डायट प्राचार्य, एडी बेसिक, BSA, BEO, DCT, SRG, ARP, डायट मेंटर, शिक्षक संकुल एवं समस्त शिक्षकगण समय से अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित करें।* 

👉 *कृपया संलग्न निर्देश एवं मैसेज सभी शिक्षकों को अग्रसारित करते हुए उक्त ऑनलाइन गोष्ठी में प्रतिभाग किये जाने हेतु निर्देशित करें।* 


*यूट्यूब लिंक पृथक से प्रेषित किया जायेगा।* 

 

*आज्ञा से,*

*महानिदेशक,*

*स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश* सुनिश्चित करें।* 

👉 *कृपया संलग्न निर्देश एवं मैसेज सभी शिक्षकों को अग्रसारित करते हुए उक्त ऑनलाइन गोष्ठी में प्रतिभाग किये जाने हेतु निर्देशित करें।* 


*यूट्यूब लिंक पृथक से प्रेषित किया जायेगा।* 

 

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*महानिदेशक,*

*अतः निर्देशित किया जाता है कि उक्त ऑनलाइन गोष्ठी में समस्त डायट प्राचार्य, एडी बेसिक, BSA, BEO, DCT, SRG, ARP, डायट मेंटर, शिक्षक संकुल एवं समस्त शिक्षकगण समय से अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित करें।* 

👉 *कृपया संलग्न निर्देश एवं मैसेज सभी शिक्षकों को अग्रसारित करते हुए उक्त ऑनलाइन गोष्ठी में प्रतिभाग किये जाने हेतु निर्देशित करें।* 


*यूट्यूब लिंक पृथक से प्रेषित किया जायेगा।* 

 

*आज्ञा से,*

*महानिदेशक,*

*स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश*

मिडडे मील में छात्र खाएंगे बीस ग्राम मात्रा में मूंगफली की चिक्की, गुड़-तिल-मूंगफली की गजक, रामदाना या बाजरे का लड्डू में कोई एक

मध्याह्न भोजन योजना के तहत हर छात्र छात्रा को अतिरिक्त न्यूट्रिशन मिलेगा। इसके तहत बीस ग्राम मात्रा में मूंगफली की चिक्की, गुड़-तिल-मूंगफली की गजक, रामदाना या बाजरे का लड्डू में कोई एक का वितरण होगा। इसके अलावा हर छात्र को 50 ग्राम मात्रा में भुना चना मिलेगा।

 मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को हुई मध्याह्न भोजन प्राधिकरण की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसके लिये पांच रुपये प्रति छात्र प्रति दिवस की दर तय की गई है। इस पर लगभग 95 करोड़ रुपये खर्च होगा। इसमें 57 करोड़ रुपये केन्द्रांश व 38 करोड़ रुपये राज्यांश शामिल है।

 मुख्य सचिव ने कहा कि यो


जना में आने वाले विद्यालयों में अध्ययनरत प्रत्येक छात्र को उच्चतम गुणवत्ता का अतिरिक्त सप्लीमेन्ट्री न्यूट्रीशन दिया जाए। खाद्य सामग्री का क्रय स्थानीय स्तर पर निर्धारित मानक के अनुसार किया जाए।

सप्लीमेन्ट्री न्यूट्रीशन अगले महीने से

गुरुवार (कुल-19 विद्यालय दिवस) को समस्त छात्रों को सप्लीमेन्ट्री न्यूट्रीशन दिया जाएगा। बैठक में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

BEd का झंझट खत्म, 12वीं के बाद ऐसे बने प्राइमरी टीचर, पास करनी होगी ये परीक्षा

 सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद BEd कोर्स करने वालों को झटका लगा है। प्राइमरी टीचर के लिए BEd डिग्री रखने वालों को बाहर कर दिया गया है।


 नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन यानी (NCTE) की ओर से नया कोर्स शुरू किया गया है। अब 12वीं के बाद ही शिक्षक भर्ती की तैयारी शुरू कर सकते हैं। आइए जानते प्राइमरी टीचर बनने के लिए कौन सा कोर्स करना होगा।

ITEP कोर्स लॉन्च

नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन यानी (NCTE) की ओर से इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) शुरू किया जाएगा। यह चार वर्षीय पाठ्यक्रम होगा जिसमें स्टूडेंट्स 12वीं कक्षा के बाद प्रवेश ले सकेंगे।

प्राइमरी टीचर बन सकते हैं

इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम को कम्प्लीट करने के बाद अभ्यर्थी प्राइमरी टीचर बन सकेंगे। ऐसे में जो भी उम्मीदवार प्राइमरी शिक्षक बनना चाहते हैं वे इस चार वर्षीय प्रोग्राम को पूरा कर सकते हैं।

कैसे लें एडमिशन?

ITEP कोर्स में एडमिशन के लिए हर साल एंट्रेस एग्जाम का आयोजन करवाया जाएगा। इसके बाद उम्मीदवारों को रैंक के अनुसार कॉलेज अलॉट किए जाएंगे। एंट्रेस एग्जाम के आधार पर स्टूडेंट्स BSc BEd, BA BEd या BCom BEd कोर्स में प्रवेश ले सकेंगे।

कब से होगा लागू?

नई शिक्षा नीति के तहत वर्ष 2023 तक ITEP कोर्स को अनिवार्य किया जा सकता है। इसके बाद प्राइमरी टीचर भर्तियों में आईटीईपी कोर्स करने वाले अभ्यर्थी भाग ले सकेंगे।

दिल्ली यूनिवर्सिटी में शुरू हुआ

पायलट प्रोजेक्ट के तहत कई डीयू के कुछ कॉलेज समेत अन्य विश्वविद्यालयों में इस प्रोग्राम के तहत एडमिशन दिए जाने लगे हैं। दिल्ली के BRAU University में एडमिशन शुरू हो गया है।,

ग्रेजुएशन का झंझट खत्म! 12वीं पास भी बन सकते हैं प्राइमरी टीचर, क्या है DElEd पर हाईकोर्ट का फैसला

सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने की इच्छा रखने वालों के लिए काम की खबर है। उत्तर प्रदेश के प्री डीएलएड कोर्स को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 12वीं पास को UP DElEd Entrance Exam में आवेदन करने की इजाजत दी है। हाईकोर्ट के फैसले के बाद अब नया नियम कैसा होगा आइए विस्तार से जानते हैं।



UP DElEd Admission 2024

उत्तर प्रदेश के डीएलएड कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया 18 सितंबर को शुरू हुई थी। इसमें 9 अक्टूबर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए कैंडिडेट्स को 9 अक्टूबर 2024 तक का समय है।

क्या है DElEd?

DElEd एक डिप्लोमा प्रोग्राम है। इसमें दाखिले के लिए अलग-अलग राज्यों में प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती है। यह दो साल का कोर्स है जिसमें ट्रेनिंग नहीं शामिल होती है। मुख्य रूप से प्राइमरी टीचर यानी PRT के लिए DElEd की योग्यता मांगी जाती है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा कि इंटरमीडिएट यानी 12वीं पास की योग्यता वाले अब डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (UP DElED) के लिए आवेदन के पात्र होंगे। यह फैसला कोर्ट न्यायमूर्ति मनीष कुमार ने यशांक खंडेलवाल सहित 9 अन्य अभ्यर्थियों की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया।

ग्रेजुएशन की अनिवार्यता खत्म

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने डीएलएड पर अपने फैसले में कहा है कि इसके लिए ग्रेजुएशन की अनिवार्यता खत्म की जाती है। हालांकि, यूपी शिक्षा बोर्ड ने इस फैसले का विरोध किया है।

क्यों लिया गया फैसला?

पिछले साल प्रदेश के 67 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) की 10,600 और 2,974 निजी कॉलेजों में एडमिशन लिए जा रहे थे। इसके लिए कुल 2,33,350 सीटों पर प्रवेश के लिए 3,36,187 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इनमें से 1,63,250 अभ्यर्थियों ने ही प्रवेश लिया था। यही कारण है कि इस 12वीं पास को दाखिला दिया जा रहा है।

खाली रह गई थीं 70000 सीटें

पिछले साल BEd अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में अयोग्य कर दिया गया था। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश जारी किया था। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में डीएलएड की 70,100 सीटें खाली रह गई थीं। वहीं, डीएलएड पाठ्यक्रम चला रहे कॉलेज के प्रबंधकों को सीटें फुल होने की उम्मीद थी।

13 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए जारी होगा विज्ञापन जुलाई में

लखनऊ : प्रदेश में युवाओं को अगले महीने रोजगार के काफी अवसर मिलेंगे। पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खाली पदों पर भर्ती की प्रक्रिया में गति लाने के निर्देश के बाद विभागों में काफी तेजी आई हैl 15 दिन में विभिन्न विभागों से समूह ग की भर्ती के लगभग 180 से अधिक अधियाचन यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) को मिले हैं। इसके आधार पर वह 13 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए जल्द ही विज्ञापन जारी करेगा।


आयोग की ओर से अगले महीने जिन प्रमुख भर्तियों के लिए विज्ञापन जारी किया जाना है, उसमें एएनएम

लेखपाल, कनिष्ठ सहायक, आशुलिपिक, जेई भर्ती शामिल है। आयोग स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत एएनएम के 4800 से अधिक पदों, राजस्व विभाग के अंतर्गत लेखपाल के  4700 से अधिक पदों, राज्य कर, राजस्व परिषद आदि विभागों में कनिष्ठ सहायक के 1100 से अधिक पदों के विज्ञापन जारी करने की तैयारी में हैl


उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्राणाधीन संचालित कक्षा 01 से 08 तक के परिषदीय विद्यालय एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश

 विषयः-उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्राणाधीन संचालित कक्षा 01 से 08 तक के परिषदीय विद्यालय एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश के सम्बन्ध में।


महोदय, उ०प्र० बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित कक्षा 01 से 08 तक परिषदीय एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों में दिनांक 15.06.2024 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित है।


मौसम विभाग के पूर्वानुमान एवं गर्मी के दृष्टिगत ग्रीष्मकालीन अवकाश के सम्बन्ध में निम्नवत निर्देशित किया जाता है-


1. दिनांक 24.06.2024 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि को बढ़ाया जाता है।


2. दिनांक 25.06.2024 से शिक्षक, शिक्षिका, शिक्षामित्र, अनुदेशक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी प्रातः 07.30 बजे से अपरान्ह 01.30 बजे तक विद्यालय में उपस्थित रहकर अन्य प्रशासकीय दायित्वों का निर्वहन करेंगे।


3. दिनांक 28.06.2024 से छात्र-छात्रा विद्यालय में प्रातः 7.30 बजे से प्रातः 10.00 बजे तक उपस्थित रहेंगे।


4. दिनांक 01.07.2024 से विद्यालय प्रातः 07.30 बजे से 01.30 बजे तक संचालित किये जायेंगे तथा निर्धारित समय सारिणी के अनुसार शैक्षिक कार्य किया जायेगा।


5. दिनांक 25.06.2024 से दिनांक 30.06.2024 तक की अवधि में विद्यालयों में अन्य गतिविधियां, साफ-सफाई एवं स्कूल चलो अभियान के अन्तर्गत विद्यालयों में नामांकन बढ़ाये जाने के सम्बन्ध में पृथक से विस्तृत निर्देश प्रेषित किये जायेंगे।


कृपया उपरोक्तानुसार अग्रतर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।


भवदीय


(प्रताप सिंह बघेल)-4 शिक्षा निदेशक (बेसिक) उ०प्र० लखनऊ।



UP : परिषदीय स्कूलों में तैनात होंगे जिला समन्वयक, चालीस हजार मिलेगा वेतन; जानिए पद की उम्र और योग्यता

 प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा परिषदीय विद्यालयों को निपुण बनाने के लिए चल रही कवायद को गति देने के लिए प्रदेश सरकार अब संविदा पर जिला समन्वयक ...