बेसिक स्कूलों में अब दूसरे व अंतिम गुरुवार को स्कूली बच्चों को मिलेंगे मौसमी फल, कटे फल नहीं होंगे वितरित

आजमगढ़: परिषदीय स्कूल के बालक-बालिकाओं को अब हर


माह पहले व आखिरी सप्ताह में बृहस्पतिवार को मध्याह्न भोजन में फल वितरित किए जाएंगे। यह आदेश छात्र-छात्राओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषक तत्व उपलब्ध कराने को जारी किया गया है।

 जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इसे सभी स्कूलों व खंड शिक्षा अधिकारियों को जारी कर हर हाल में पालन कराने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए शासन से 20 लाख 32 हजार रुपये का बजट जारी कर दिया गया है।

अभी तक मध्याह्न भोजन में फल सिर्फ पहले सप्ताह में गुरुवार को दिए जाने के निर्देश थे, लेकिन अब हर माह में पहले व अंतिम सप्ताह में पड़ने वाले बृहस्पतिवार को परिषदीय स्कूलों के छात्र-छात्राओं को मौसम के हिसाब से फल वितरित किए जाएंगे। माह में दो दिन छात्र-छात्राओं को मौसमी फल मिलने से उनका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

 जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने सभी बीईओ को भेजे पत्र में कहा है कि मध्यान्ह भोजन योजना के तहत ताजा फल वितरित कराए जाए। यह फल फलैक्सी फंड से उपलब्ध कराने को कहा है। यह भी कहा गया है कि इन दिवसों में अवकाश होने की स्थिति अगले शिक्षण दिवस में फल दिए जाएंगे।

 जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि ताजे फल जैसे अमरूद, केला, सेब, संतरा, नाशपाती, चीकू, आडू व शरीफा इत्यादि वितरित किए जा सकते हैं। इनका वितरण सुबह में स्कूल आते ही करने को कहा गया है। कटे फल पपीता, तरबूज, खरबूजा इत्यादि वितरित नहीं करने के निर्देश दिए हैं।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

गणित सीखने-सिखाने का सही क्रम क्या होना चाहिए?

गणित में जोड़ शिक्षण के तरीके और गतिविधियां, देखें गतिविधियों के माध्यम से

विद्यालयों में सहशैक्षिक गतिविधियों को कैसे क्रियान्वित करें?