CTET EXAM: सीटेट में विगत वर्षो में पूछे जा चुके हैं संस्कृत व्याकरण के यह सवाल, अभी पढ़ें

 केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित की जाने


वाली (CTET) केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के आयोजन में आप कुछ ही दिन शेष बचे हैं, परीक्षा के एडमिट कार्ड ctet.nic.in जारी कर दिए गए हैं।

परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थी अपने एडमिट कार्ड ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं, यह परीक्षा 16 दिसंबर से 13 जनवरी 2022 तक पहली बार ऑनलाइन सीबीटी मोड में आयोजित होने जा रही है।

ऐसे में सभी परीक्षार्थी अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं, यदि आप भी परीक्षा में सम्मिलित होने जा रहे हैं तो इन बचे हुए अंतिम दिनों में आपको रिवीजन प्रैक्टिस सेट और प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पर अधिक फोकस करना चाहिए, जिससे कि आप परीक्षा में अच्छे अंक अर्जित कर सकेंगे, हम रोजाना सीटेट परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट, रिवीजन क्वेश्चन शेयर करते रहते हैं, इसी  श्रंखला में आज हम ‘संस्कृत पेडगॉजी’ में विगत वर्षो में पूछे गए महत्वपूर्ण सवाल (CTET Sanskrit pedagogy previous year Questions) आपके लिए लेकर आए हैं, जिन्हें आपको परीक्षा से पूर्व एक बार अवश्य पढ़ लेना चाहिए।

Sanskrit pedagogy Previous year Questions for CTET

1.छात्राणम् उच्चारण – दोषं दूरीकरणाय भाषा शिक्षक भाषा विज्ञानस्य कस्मिन् विज्ञाने पारंगतः भूयात्-


(a) रूपविज्ञाने


(b) ध्वनिविज्ञाने


(c) वाक्यविज्ञाने


(d) अर्थविज्ञाने


Ans-(b)


2. भाषाया: पठनसमये चेत् छात्रः अशुद्धम् उच्चारणय करोतिं, तदा कारणीयः –


(a) छात्रम् शुद्धोच्चारणाय निर्देश: दातव्यः।


(b) शुद्धोच्चारणाय वारं वारं लेखनं कारणीयम्।


(c) शुद्धोच्चारणाय वारं वारं अभ्यासः कारणीयः


(d) उचितं दण्डं दातव्यम्।


Ans-(c)


3. व्याकरण शिक्षणस्य यत् उद्देश्यं वर्तते, तत् अस्ति-


(a) लेखन – सौन्दर्यम्


(b) भाषा दोषाणां ज्ञानम्


(c) श्रवणे दक्षत्वम्


(d) शब्दभण्डास्य वृद्धि


Ans-(b)


4. छात्रैः कृताः सर्वे भाषादोषा: अध्यापकेन नैव शोधनिया यतः


(a) तहत्यन्त दुष्करम्


(b) प्रायो दोषाः भाषावबोधनमं सूचयन्ति


(c) दोषशोधनं भाषाबोधनस्य भागो न


(d) छात्राः शिक्षकान् परीक्षितुं सोद्देशं दोषान् कुर्वन्ति


Ans-(b)


5. पठनकौशलम् अनेन प्रभावितं भवति


(a) पाठकस्य उद्देशः आसक्तिश्च ,एवं पाठस्य काठिन्यस्त


(b) पाठ्‌यपुस्तकानां मूल्यं तथा स्वरूपम्


(c) छात्रस्य सामाजिकी आर्थिकी च परिस्थितिः


(d) छात्रस्य संज्ञानस्तर:


Ans-(a)


6. विशिष्ट-आवश्यकता – कक्ष्या इति सम्बद्धा भवति


(a) पृथक् व्यवस्थित – कक्ष्यया


(b) विभिन्न योग्यतायुक्तच्छात्र- कक्ष्यया


(c) अतिरिक्त- अध्यापकयुक्त- व्यवस्थया


(d) सुसज्जित- कक्ष्या – व्यवस्थया


Ans-(b)


7. अध्यापक: नवीन – कठिन – शब्दार्थान् स्पष्टीकुर्युः ‘इति अपेक्ष्यते। किमर्थम् ?


(a)संदर्भ – सङ्केतद्वारा अर्थावबोधने बाधा भवति ।


(b) अध्यापकाः स्वयम् अर्थान् वदेयुः इति छात्राः न इच्छन्ति।


(c) शब्दावल्याः अपेक्षया व्याकरणम् अधिकं महत्वपूर्णम्।


(d) छात्राः सहजरुपेण शब्दार्थान् जानन्ति एव ।


Ans-(a)


8. यत्किञ्चित्पाठयते सदैव एव अवगम्यते यतः


(a) अनौपचारिक- वार्तालापसमये छात्राः सावधानाः भवन्ति


(b) शिक्षकस्य सामाजिक स्तरः, आर्थिकस्तर: ,भिन्नः भवति


(c) छात्राः भिन्न – योग्यता-व्यकितत्व- सामाजिक पृष्ठभूमियुक्ताः भवन्ति


(d) कोऽपि अध्यापकः अथवा अधिगनकः संस्कृतविषये पूर्णतया न निपुणः


Ans-(c)


9.पठनसमये विसंज्ञाया: अर्थ:


(a) क्लिष्टसमस्यासमाधानं कर्तुम्


(b) विश्लेषणं कर्तुं अवगन्तुं च


(c) विदेशभाषागन्तुम्


(d) I.C.T.


Ans-(a)


10.पाठस्य संवेगपरिसर्पणं नाम


(a) निर्दिष्टसूचनान्वेषणम्


(b) पाठ्‌यवस्तुनः प्रमुखोद्देशं द्रष्टुं शीघ्रावलोकनम्


(c) असम्बद्धसूचनात्यजनम्


(d) मन्दं – मन्दं सावधानं च पाठयस्य पठनम्


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