भाषा विकास के तरीके एवं सम्बन्धित गतिविधियां

शिक्षक प्रतिवर्ष माह अप्रैल में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों का आरग्भिक परीक्षण करके उनके अधिगम सम्प्रापित स्तर जानने की प्रक्रिया करेंगे जो बच्चे आरम्भिक परीक्षण में कक्षा 1-2 के लर्निग आउटकम के स्तर पर होंगे उन्हें 50 कार्य दिवसीय फाउण्डेशन लर्निंग शिविर में भाषा/ गणितीय गतिविधियां सम्पादित करके मुख्यधारा में लाना होगा तत्पश्चात् कक्षा 3-4 और 5 की भाषा / गणितीय दक्षताओं के विकास की गतिविधियों सम्पादित करना उचित होगा।

भाषा उपयोग से ही सीखी जाती है। इसलिए भाषा शिक्षण में सुनने, बोलने, पढ़ने और लिखने के कारण का उपयोग करना चाहिए। 

शिक्षक के रूप में हमारा कार्य है बच्चों में भाषा के विविध रूपों में उपयोग का कारण उत्पन्न करना।

 भाषा में अर्थ का निर्माण सन्दर्भ के सहारे होता है। हम अपने मन में कही अथवा सुनी गई बात के अर्थ का निर्माण करते हैं, फिर उसकी अभिव्यक्ति होती है मन में शब्दों के माध्यम से छवि बनाना भाषा सीखने के लिए सबसे आवश्यक है। इस स्तर पर भाषा शिक्षण में निम्नांकित बातों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।

कक्षा में व्यक्तिगत और समूह कार्य का उचित संतुलन बनाये रखना। कक्षा में बातचीत को प्रोत्साहित करने वाली गतिविधियों का बहुलता से समावेश किया जाना।


भाषा सीखने-सिखाने में नियोजित रूप से परिवेशीय संसाधनों का उपयोग किया जाना। 

पाठ्यपुस्तक पर कार्य के दौरान क्यू आर. (QR) कोड, दीक्षा पोर्टल, पुस्तकालय का नियमित प्रयोग किया जाना।


भाषा शिक्षण में याद्दाश्त के उपयोग के मौके देना एक बहुत ही कारगर तरीका है इसका बराबर उपयोग किया जाना। कक्षा का वातावरण प्रिंट रिच हो। बच्चों में प्रिंट सामग्री के प्रति आकर्षण बढ़ाने के लिए 

लर्निग आउटकम को लाइब्रेरी से जोड़ा जाना। बच्चों के बीच भाषा सम्बंधी प्रतियोगिताओं जैसे- वाद-विवाद, भाषण, कवि दरबार, कहानी

सुनाओ, पोस्टर बनाओ, कहानी, चेतावनी बनाओ जैसे प्रतियोगिताएं नियमित अन्तराल पर कराते हुए प्रोत्साहन देना। • बच्चों के आसपास परिवेश में हो रही घटनाओं समस्याओं, चिंताओं से अवगत होने के लिए प्रोजेक्ट कार्य रूप में ऐसे विषय दिए जाना जिनमें बच्चे सम्बंधित स्थान, वस्तु अथवा पात्र को देख एवं सुन कर उससे जानकारी प्राप्त कर पाएँ और कक्षा में प्रस्तुत कर पाएँ। बच्चों से स्थानीय लोककथाओं, लोकगीत, मुहावरों, परिवेशीय कहावतों आदि का संकलन कराना।


ध्यान रहे एक अच्छा भाषा शिक्षक वह होता है जो कक्षाकीय परिस्थितियों के अनुसार परिवेश में मौजूद वस्तुओं, स्थिति- परिस्थिति को भाषा सीखने-सिखाने का মন बना लेता है।


कौशल विकास की गतिविधियाँ


हिन्दी भाषा के लर्निंग आउटकम को हासिल करने के लिए उच्च मानसिक कौशल विकास बन्धी गतिविधियों के कुछ उदाहरण दिए जा रहे हैं। इनको पढ़, समझकर अभ्यास कर ले। इनकी उपयोग शिक्षण में का प्रयास करें। कोशिश यह हो कि इन गतिविधियों में से एक-दो गतिविधियाँ यों के साथ रोज की जायें। इन गतिविधियों के साथ कक्षा शिक्षण की पाक्षिक योजना बनाते समय मिन्नांकित बिन्दुओं पर ध्यान दें


गतिविधियों को बनाते एवं करते समय देखें कि- कौन सी गतिविधि किस लर्निंग आउटकम के लिए है। फिर पाठ्यपुस्तक से जोड़कर देखें कि- किस गतिविधि का उपयोग किस पाठ के शिक्षण के


साथ किया जा सकता है?


* इसके बाद इन गतिविधियों को दृष्टि में रखकर लर्निंग आउटकम को प्राप्त करने के लिए शिक्षण योजना बनायें कोशिश हो कि हर दिन एक मौखिक और एक लिखित गतिविधि अवश्य हो।


इनमें से कई गतिविधियाँ ऐसी हैं जिनको बार-बार बदलकर नए रूप में कराया जाना अथवा दोहराया जाना ठीक होगा। इन सभी गतिविधियों का उपयोग करने से पहले स्वयं समझना और करके देखना जरूरी है। इसके लिए साथी शिक्षकों के साथ चर्चा और अभ्यास करना महत्वपूर्ण होगा।


सुनना-बोलना


1. आसपास के परिवेश का वर्णन अकेले अथवा दो या चार के समूह में। 2 किसी देखी गई वस्तु के बारे में वर्णन करना – अकेले, दो, चार अथवा पूरी कक्षा के सम्मुख ।


3. किसी देखी गई और समझी गई प्रक्रिया का वर्णन करना अकेले, छोटे-छोटे समूह में अथवा पूरी कक्षा के सम्मुख ।


4. दिए गए प्रकरण या विषय के बारे में वर्णन करना - अकेले, छोटे समूह में या पूरी कक्षा के सम्मुख।


5. चित्र का वर्णन - अकेले या समूह में।


6. किसी व्यक्ति या चरित्र का वर्णन - अकेले, छोटे समूह या पूरी कक्षा के सम्मुख ।


7. किसी पाठ के बारे में चारों प्रकार के प्रश्नों (ज्ञानात्मक, बोधात्मक, कौशलात्मकएवं अनुप्रयोगात्मको के प्रश्नोत्तरों पर आधारित चर्चा ।


8. पढ़े गए पाठ का वर्णन - अकेले, पीयर समूह, छोटा समूह या पूरी कक्षा के सम्मुख। 9. किसी घटना का वर्णन अकेले. दो लोग, चार लोग।


10, दो शब्दों को मिलाकर वाक्य - अकेले या समूह में।


11. संज्ञा (बिस्तर साईकिल, किला, लालटेन, कलम) और विशेषण (उजला, काला, गर्म, सकपकाया और डरावना) को मिलाकर पाँच वाक्य - समूह में।


12. वाक्यों की श्रृंखला पूरा करना। 


एक छोटे समूह या पूरी कक्षा।


 लेकिन ... था। तो वह....


13. वाक्य का विस्तार - अकेले पीयर ग्रुप, छोटा समूह अथवा पूरी कक्षा


जैसे- यह किताब है।


- यह भाषा की किताब है।


- यह मेरी भाषा की किताब है।


- यह मेरी भाषा की सुन्दर किताब है।


14. दो वस्तुओं के बीच बातचीत करना - बल्ला और गेंद, स्लेट और पेंसिल, पेड और पक्षी, चक्र और मोटर साइकिल, हल और कौवा, बिजली का खंभा और पेड़ - दो के समूह में। 

15. कारण की तलाश - जैसे मैं वहाँ समय पर नहीं पहुँच सका क्योंकि तर्कपूर्ण वाक्यों को लिखकर (पूर्ण करना) 


16. अपना पसंदीदा भोजन, स्थान एवं किसी खेले को लें इसे निम्नांकित बिन्दुओं के आधार पर वर्णित करें


आप क्या देखते हैं, आकार, रंग, परिवर्तन,


आप क्या सुनते हैं- किसी की आवाज, कुछ होने की, कुछ करने, किसी दूसरे के साथ बात करने या किसी वस्तु का उपयोग करने वाले लोगों की।


आपके चेहरे पर आपके हाथ का तापमान या स्पर्श कैसा लगता है ?


किस प्रकार की गंध, चमक या और कुछ और दिख रहा है?


ना-लिखना


1. निर्देश समझकर कार्य करना - लिखित निर्देश दें कि पढ़कर कार्य करना है पाठ्यपुस्तक में दिए गए विविध निर्देशों को पढ़कर उसका मतलब बताने के विविध अभ्यास कराये। 


2. निर्देशों को क्रम देनाः दो कार्यों के लिए मिले-जुले निर्देश दिए गए हैं, उनको अलग करना और क्रम देना। जैसे- चाय बनाने की प्रक्रिया और कपड़ा धोने की प्रक्रिया।


3. निर्देश बनानाः किसी कार्य के बारे में ऐसे निर्देश बनाना कि उसे पढ़कर कोई उस कार्य को कर पाए।


4. कोई वस्तु, जगह, घटना या आयोजन को चुनें- उसके बारे में प्रश्नों (चारों प्रकार के ज्ञानात्मक, बोधात्मक, कौशलात्मक अनुप्रयोगात्मक) की सूची बनाना और एक दूसरे से पूछना फिर उस पर चर्चा करना


किसका सवाल बेहतर और क्यों?


किसका जवाब बेहतर और क्यों? कौनसा सवाल सबसे ज्यादा सोचने को मजबूर करता है?


जवाब देने की दृष्टि से कौन से प्रश्न सबसे मजेदार हैं और क्यों? कौन सा मुश्किल या उबाऊ है? क्यों?


5. प्रक्रिया का क्रमिक लिखित वर्णन करना।


6. किसी वस्तु को असामान्य स्थान पर रखें (अपनी कल्पना में) जैसे


एक पेड़ के शीर्ष पर एक चम्मच


छत के ऊपर एक साबुन


कक्षा के अंदर एक बकरी


चीनी रखे जाने वाले डिब्बे में पेंसिल


बिस्तर पर एक बाल्टी


फिर इस पर नीचे दिए गए कार्य कराना


चर्चा करें - इसके पीछे क्या संभावित कारण हो सकते हैं?


कल्पना के आधार पर चित्र बनाना।


इसके आधार पर कहानी या कविता लिखना।


संवाद लिखना कि उनके बीच में क्या बातचीत हो रही होगी?


7. समस्याओं को हल करना एक समस्या का उदाहरण दें- किसी घर की टाइल वाली छत पर दो टाईलों के बीच में एक गेंद फंस गई है इसे कैसे पायेंगे जबकि उस पर चढना सुरक्षित नहीं है? फिर चर्चा करें कि इसके हल के बारे में कैसे सोचा? बच्चे जो बताएँ उसे दोहराते रहें। फिर इसमें से चुनकर कोई एक विधि उनके समक्ष रखें और पूछे कि- इसका उपयोग करके और किस समस्या का हल निकाल सकते हो? इसी तरह विभिन्न विधियों एवं समस्याओं पर चर्चा करें कि वे इसे हल करने के लिए किस तरीके का उपयोग करेंगे। 


8. किसी बच्चे से किसी विशेष प्रक्रिया का वर्णन करने के लिए कहें, फिर पूछे यह कैसे किया जाएगा, जबकि इसमें से महत्वपूर्ण आइटम गायब हो गया है, जैसे- रोटी बनानी है पर तवा नहीं है?


आटा गूंथना है पर उसके लिए कोई बर्तन नहीं हैं?


निबन्ध लिखना है पर पेन या पेंसिल नहीं है?


9. आत्म विश्लेषणः डर, उत्साह, खुशी निराशा आदि मानवीय भावनाओं के बारे में किए गए अनुभवों का वर्णन करना


हम उन्हें क्यों महसूस करते हैं?


किन स्थितियों में ये उचित नहीं हैं?


हमें उनके बारे में क्या करना चाहिए?


उनके साथ कैसे निपटें?


यह कब उचित हैं और कब नहीं है? 

10. किसी दिए गए उत्तर के लिए प्रश्न पूछना

 जैसे

. उत्तर है 'हाँ' तो सवाल क्या होंगे?

नही के लिए क्या सवाल होंगे?

'कभी नहीं के लिए

शायद' के लिए

'कभी-कभी के लिए

उत्तर है किसी शहर का नाम तो क्या सवाल होंगे?

. उत्तर है कक्षा के किसी बच्चे का नाम तो सवाल क्या होंगे?

जानकारी पाने के लिए सवालः किस तरह की जानकारी प्राप्त करने के लिए किस तरह के प्रश्न पूछने चाहिएं। इससे सम्बन्धित विविध प्रकार के अभ्यास कराना।

 जैसे- नाम शब्द का इस्तेमाल किए बिना और किसी का नाम कैसे पता करेंगे? अपने इलाके या गाँव के बारे में जानकारी एकत्रित करना और दस्तावेज बनानाः

12. आसपास किस तरह के पेड़-पौधे, जानवर, फसलें, घर, विविध प्रकार के कामों में उपयोग किए जाने वाले औजार, विविध प्रकार के वस्त्र उपलब्ध हैं फिर इन पर चर्चा करें, कौन सा सबसे कम पाया जाता है और कौन सा सबसे अधिक क्यो? यदि इसमें दो इलाकों के बीच कोई अंतर है, तो वह अंतर क्यों है?

अपने क्षेत्र में किए गए विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए लागत की दरें खोजें। फिर चर्चा करें उनके बीच एक अंतर क्यों है?

13. मैन्युअल बनाना और दूसरों को प्रशिक्षित करना: चाय बनाना, पत्थर के टुकड़ों से खेलना, कपड़े धोना, खिचड़ी पकाना, पतंग उड़ाना आदि के करने की प्रक्रिया के पहले बच्चों से सूचीबद्ध करने के लिए कहें फिर पूछे कि वे क्या इसमें बदलाव करेंगे अगर यही काम दूसरों को सिखाना है? फिर दोबारा लिखने के लिए कहें और प्रस्तुत करायें।

 14. नोट लेना या अपने अवलोकनों का लिखित वर्णन करना: किसी अवलोकन के बारे में लिए गए नोट्स (आप ऐसा संक्षिप्त नोट स्वयं बना लें) को बच्चों को दिखाएँ। फिर उनसे चर्चा करें कि अपने किसी देखे हुए स्थान के बारे में लिखित वर्णन कैसे लिखेंगे, जैसे किसी दुकान पर साईकिल मरम्मत, फल की दुकान पर किया जाने वाला मोल-भाव, किसी शादी में खाना पकाना, फसल की कटाई और मड़ाई। फिर उनसे वर्णन लिखवाना।

 15. किसी को मनानाः किसी को कुछ करने के लिए (मौखिक रूप से) मनाने के लिए प्रयास करना (और दूसरा व्यक्ति मना कर देता है, विरोध करता है)

16. योजना बनाना और उसका.पालन करना: किसी कार्य की योजना बनाना अपनी बनाई गई योजना का पालन करना, रिकॉर्ड रखना, और जो किया गया था उसे चिड़ित करना।

जैसे - यदि आपको किसी ऐसे स्थान पर पहुंचना है जहाँ साइकिल से 10 मिनट में पहुँचा जा सकता है परन्तु आपके पास साइकिल नहीं है?

स्कूल आने के बाद आप क्या करेंगे? कितने समय तक?

17. पाठ्यपुस्तकों के साथ पढ़ना और लिखनाः किसी पाठ को पढ़ाए जाने से पहले बच्चों को कुछ रोचक सवाल दें। वे समूह में पाठ को पढ़कर इन सवालों का उत्तर लिखें। इसी तरह वे किसी पाठ को पढ़कर कुछ सवाल बनाएँ। फिर उनका उत्तर लिखने के लिए दुस न समूहों को दें। लिखे गए उत्तरों को समूह में अदल-बदल कर उत्तर चेक करने और का पर चर्चा का कार्य कराएँ।


18. वाक्य संयोजन- 20 से 25 शब्दों की चिट बना लें। एक वाक्य बोलें। फिर एक बच्चा उसका से एक चिट उठाए और उस चिट में लिखे गए शब्द को सम्मिलित करते हुए वाक्य बोले शर्त यह है कि बच्चे द्वारा बोला गया वाक्य पहले वाक्य से जुड़ा हो। 

क्रमशः बारी-बारी बच्चा चिट उठाए और वाक्य बोले। जब पूरी कक्षा के साथ ऐसा हो जाये तब बोले गए सभी वाक्यों को याद करके लिखने को कहें। लिखने के बाद उसे फिर से और अच्छा बनाने और सुधारने का अभ्यास कराएँ।

- वस्तु वर्गीकरण- विभिन्न प्रकार की वस्तुओं के कुछ नाम लिखें। बच्चों से कहें कि वे इनका विविध प्रकार की श्रेणियों में बाँटें। किस प्रकार की श्रेणी में कौन सी वस्तु आएगी। इसी प्रकार पाँच शब्दों में से जो समूह से मिलता-जुलता न हो उसे अलग करना। 

मेज़, कुर्सी, बेंच, स्टूल, अलमारी गोभी, टमाटर, आलू, बैंगन, तवा अपना पसंदीदा भोजन, स्थान एवं किसी खेल को लें। इसे निम्नांकित बिन्दुओं के आधार पर करें- ससे माना

आप क्या देखते हैं, आकार, रंग, परिवर्तन,

आप क्या सुनते हैं- किसी की आवाज, कुछ होने की, कुछ करने, किसी दूसरे का साथ बात करने या किसी वस्तु का उपयोग करने वाले लोगों की। आपके चेहरे पर आपके हाथ का तापमान या स्पर्श कैसा लगता है ? किस प्रकार की गंध, चमक या और कुछ और दिख रहा है?


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