CTET Exam 2021/22 : बाल केंद्रित और प्रगतिशील शिक्षा की अवधारणाओं पर आधारित 15 महत्वपूर्ण प्रश्न, देखें

 Concept of Child Centered and Progressive Education 15 Questions : केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा की शुरुआत 16 दिसंबर से हो चुकी है और यह 13 जनवरी 2022 तक चलेगी। 

अब हालांकि परीक्षा का अंतिम चरण चल रहा है। CBSE द्वारा केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) की अब तक कई शिफ़्ट आयोजित की जा चुकी है और इनमें बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र (CDP) के अंतर्गत ‘बाल केंद्रित और प्रगतिशील शिक्षा की अवधारणा’ पर आधारित सवाल पूछे गए हैं।

ऐसे में इस लेख में आज हम बाल केंद्रित और प्रगतिशील शिक्षा की अवधारणा पर आधारित कुछ संभावित प्रश्न आपके सामने ला रहे हैं जो आगामी सीटेट परीक्षा शिफ्टों में पूछे जा सकते हैं। ऐसे में यदि आप भी अभी CTET परीक्षा में शामिल होने वाले हैं तो नीचे दिए गए इन प्रश्नों को जरूर पढ़ लें।

CTET Exam 2021/22 : Concept of Child Centered and Progressive Education 15 Questions


प्रश्न : कृतिका जो अपने घर में ज्यादा बात नहीं करती है, जबकि विद्यालय में ज्यादा करती है, यह प्रदर्शित करता है?


विद्यालय बच्चों को ऐसा अवसर प्रदान करता है कि वो ज्यादा बात करें।


अध्यापकों की माँग होती है कि छात्र विद्यालय पर अधिक बात करें।


वह किसी भी स्तर पर अपने घर को पसन्द नहीं करती है।


उसके विचारों को विद्यालय में सम्मानित किया जाता है।


उत्तर : 4


प्रश्न : राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, 2005 के अनुसार गणित शिक्षण का मुख्य उददेश्य है


बच्चों को अंकगणित का ज्ञान देना।


बच्चों में गणित के प्रति रूचि पैदा करना।


बच्चों में तार्किक चिन्तन तथा समस्या समाधान योग्यता का विकास करना।


बच्चों का संवेगात्मक विकास करना।


उत्तर : 3


प्रश्न : बुनियादी स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा देना बेहतर है, क्योंकि यह


बच्चों में आत्मविश्वास का विकास करेगा


अधिगम को सरल बनाएगा


बौद्धिक विकास में सहायता करेगा


प्राकृतिक वातावरण में बच्चों को सीखने में सहायता करेगा


उत्तर : 4


प्रश्न : शिक्षण-प्रक्रिया में निम्नलिखित में किसका भली

प्रकार ध्यान रखना चाहिए?


विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता


अनुशासन और नियमित उपस्थिति


गृहकार्य की जाँच में लगन


विषय-वस्तु का कठिनाई स्तर


उत्तर : 1


प्रश्न : एक शिक्षार्थी केन्द्रित कक्षा-कक्ष में अध्यापिका करेगी


अधिगम को सुगम बनाने के लिए बच्चों को एक-दूसरे के साथ अंकों के लिए मुकाबला करने हेतु प्रोत्साहित करना


मुख्य तथ्यों की व्याख्या करने के लिए व्याख्यान पद्धति का


प्रयोग करना और बाद में शिक्षार्थियों का उनकी सजगता के लिए आकलन करना


वह अपने विद्यार्थियों से जिस प्रकार की अपेक्षा करती है उसे प्रदर्शित करना और तब बच्चों को वैसा करने के लिए दिशा-निर्देश देना


इस प्रकार की पद्धतियों को नियोजित करना जिसमें शिक्षार्थी अपने स्वयं के अधिगम के लिए पहल करने में प्रोत्साहित हों


उत्तर : 4


प्रश्न : एक प्रभावशाली अध्यापिका होने के लिए यह महत्त्वपूर्ण है


पुस्तक के उत्तरों को लिखने पर बल देना


समूह गतिविधि के बजाय वैयक्तिक अधिगम पर ध्यान देना


विद्यार्थियों के द्वारा प्रश्न पूछने के कारण उत्पन्न व्यवधान की अनदेखी करना


प्रत्येक बच्चे के सम्पर्क में रहना


उत्तर : 4


प्रश्न : राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (NCF-2005) के आधारभूत सिद्धान्तों में, निम्नलिखित में से कौन-सा भाग सम्मिलित नहीं है?


अच्छी बाह्य परीक्षाओं का आयोजन करना


रटने को महत्त्व प्रदान न करना


पुस्तकों के इतर ज्ञान प्राप्त करना


ज्ञान को वास्तकि जीवन से जोड़ना


उत्तर : 1


प्रश्न : वर्तमान समय में शिक्षक की भूमिका है


ज्ञान देने वाले की


सुगमकर्ता की


प्रबन्धक की


मित्र की


उत्तर : 2


प्रश्न : निम्नलिखित में से कौन-सा एक माध्यमिक विद्यालय की कक्षा-कक्ष में शिक्षक की भूमिका ‘का सर्वोत्तम/उचित वर्णन करता है?


चर्चाओं के अवसर उपलब्ध कराना


स्थान के लिए शिक्षार्थियों को आपस में प्रतिस्पर्धा के लिए बढ़ावा देना


बहु-परिप्रेक्ष्य को निरुत्साहित करना तथा एक-आयामी परिप्रेक्ष्य पर केन्द्रीभूत होना


व्याख्यान देने के लिए पावरप्वॉइण्ट प्रेजेण्टेशन का प्रयोग करना


उत्तर : 1


प्रश्न : शिक्षा का अति महत्त्वपूर्ण उद्देश्य है


आजीविका कमाना


बच्चे का सर्वांगीण विकास


पढ़ना एवं लिखना सीखना


बौद्धिक विकास


उत्तर : 2


प्रश्न : राष्ट्रीय पाठ्यचर्या के रूपरेखा 2005 की संस्तुतियों के सम्बन्ध में कौन-सा कथन सत्य नहीं है ?


विश्वविद्यालयों को राजनीति से मुक्त रखना


ज्ञान को बाह्य जीवन से जोड़ना


राष्ट्र के प्रजातान्त्रिक मूल्यों का सम्मान


परीक्षाओं में लचीलापन


उत्तर : 1


प्रश्न : बालक केन्द्रित शिक्षा के अन्तर्गत क्या सम्मिलित नहीं है?


गृहकार्य प्रदान करना


बालक को प्रश्न पूछने के लिए प्रेरित करना


बालक के अनुभव को प्राथमिकता प्रदान करना


बालक की सृजनात्मकता को बढ़ावा देना


उत्तर : 1


प्रश्न : प्रगतिशील शिक्षा के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन जॉन डीवी के अनुसार समुचित है ?


कक्षा में प्रजातन्त्र का कोई स्थान नहीं होना चाहिए


विद्यार्थियों को स्वयं ही सामाजिक समस्याओं को सुलझाने में सक्षम होना चाहिए


जिज्ञासा विद्यार्थियों के स्वभाव में अन्तनिर्हित नहीं है अपितु इसका कर्षण/संवर्द्धन करना चाहिए


कक्षा में विद्यार्थियों का निरीक्षण करना चाहिए न कि सुनना चाहिए


उत्तर : 2


प्रश्न : प्रगतिशील शिक्षा निम्नलिखित में से किस कथन से सम्बन्धित है?


शिक्षक सूचना और प्राधिकार से प्रवर्तक होते हैं


ज्ञान प्रत्यक्ष अनुभव और सहयोग से उत्पन्न होता है


अधिगम तथ्यों के एकत्रीकरण और कौशल में प्रवीणता के साथ सीधे मार्ग पर चलता है


परीक्षा मानदण्ड सन्दर्भित और बाह्य है


उत्तर : 2


प्रश्न : प्रगतिशील शिक्षा के सन्दर्भ में ‘समान शैक्षिक अवसर’ से अभिप्राय है कि सभी छात्र


बिना किसी भेद के समान पद्धतियों व सामग्रियों से शिक्षा प्राप्त करें


ऐसी शिक्षा पाएँ जो उनके लिए अनुकूलतम हो तथा उनके भविष्य के कार्यों में सहायक हो ।


किसी भी जाति, पन्थ, रंग, क्षेत्र व धर्म के होते हुए भी समान शिक्षा प्राप्त करें।


समान शिक्षा पाने के बाद अपनी क्षमताओं को सिद्ध कर सकें।


उत्तर : ??


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